Viral Cricket Girl : बाड़मेर की बेटी के छक्के के सामने धोनी के टूटे रिकॉर्ड
आज कल सोशल मीडिया पर बाड़मेर की बेटी के द्वारा रेत के मैदान में नंगे पाव छक्के पर छक्के लगाते हुए विडियो वायरल हो रही है। जिसने महेंद्रा सिंह धोनी के भी रिकार्ड टूटने की बात हो रही है। चलिए जानते हैं इस होनहार बेटी के बारे में को अपना ही नहीं बल्कि अपने क्षेत्र का भी नाम गर्व से ऊंचा कर रही है।
आज गांव में नाम कर रही है कल देश का नाम रौशन करेगी बाड़मेर में शेरपुरा, कानासर गांव की बेटी , सोशल मीडिया पर इस छोटी क्रिकेटर बच्ची का वीडियो वायरल हो रहा है।
मूमल राजस्थान के बाडमेर जिले की रहने वाली है। पिता सामान्य किसान हैं और मां गृहणी हैं। परिवार गरीबी रेखा पर जी रहा हैं यानि सब कुछ संघर्ष पर ही निर्भर करता है। शिव उपखंड क्षेत्र के कानासर गांव में रहने वाली मूमल के कोच रोशन खान हैं। गांव के ही सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली मूमल पढाई में भी तेज हैं
Kal hi toh auction hua.. aur aaj match bhi shuru? Kya baat hai. Really enjoyed your batting. 🏏👧🏼#CricketTwitter #WPL @wplt20
(Via Whatsapp) pic.twitter.com/pxWcj1I6t6
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) February 14, 2023
इस वीडियो में लड़की रेतीले मैदान में चौके-छक्के मारती नजर आ रही है. वीडियो राजस्थान के बाड़मेर जिले के शिव शेरपुरा स्थित कानासर गांव का है. वीडियो में दिख रही लड़की का नाम मूमल मेहर (Mumal Mehar) है। लोगों ने लड़की के इस टैलेंट की काफी तारीफ की थी. अगर आपने वो खबर मिस कर दी हो तो यहां क्लिक कर पढ़ सकते हैं. अब इसी खबर में नया अपडेट आया है. वीडियो में वायरल हुई लड़की मूमल मेहर को मदद मिलना शुरू हो गई है।
मूमल राजस्थान के बाडमेर जिले की रहने वाली है। पिता सामान्य किसान हैं और मां गृहणी हैं। परिवार गरीबी रेखा पर जी रहा हैं यानि सब कुछ संघर्ष पर ही निर्भर करता है। शिव उपखंड क्षेत्र के कानासर गांव में रहने वाली मूमल के कोच रोशन खान हैं। गांव के ही सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली मूमल पढाई में भी तेज हैं और अपना सोशल मीडिया अकाउंट भी खुद ऑपरेट करती है। प्रतिभा अच्छी है लेकिन आगे बढ़ने के लिए आर्थिक रूप से सम्पन्न होना भी जरुरी है। सरकार से यही निवेदन है कि बच्ची की प्रतिभा को आगे बढ़ाने के लिए अगर कुछ हो सके तो उसे किया जाए। उनका कहना है कि मूमल का जज्बा गजब का है। उसके पास जूते नहीं हैं लेकिन उसे परवाह नहीं है। बस उसे क्रिकेट खेलना है और हटकर करना है। गेंदबाजी में भी वह माहिर है । गांव में जब राजस्थान सरकार ने ओलंपिक कराए तब भी उसे कोई नहीं हरा सका।